Friday, November 6, 2020

इस जहाँ में कोई मैखाना नहीं होता

ना होते इतने करीब
गर होश में जो होते
कमबख्त बेखुदी ने तेरा
दीवाना बना दिया


क्या जाने वो
कीमत इस मैखाने की !
इसी ने तो परायो को
अपना बना दिया

लोग कहते है जगह है बुरी
न जाया करो
कहता हूँ मैं लग जाये
ये आदत ज़माने को


ज़िन्दगी में न पूछ सके
जो हाले दिल
कम से कम मैखाने में
दिल तो मिलाने दो

पैमाना न बना
ज़िन्दगी में तू किसी चीज़ का
अपनों के लिए यहाँ
पैमानों को बदलते देखा है

पर खासियते मैखाना
तो दखिये एक बार
यहाँ परायो को भी अपने
जाम बदलते देखा है

गलत हु मैं , बोल गया बेखुदी में मैखाने में कोई कभी पराया नहीं होता गर होता तो शायद इस जहाँ में कोई मैखाना नहीं होता

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